शब्द का अर्थ
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धात्र :
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पुं० [सं०√धा+ष्ट्रन्] १. पात्र। बरतन। २. आधान। |
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समानार्थी शब्द-
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धात्रिका :
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स्त्री० [सं० धात्री+कन्—टाप्, ह्रस्व] छोटा आँवला। आमलकी। |
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धात्री :
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स्त्री० [सं० धात्र+ङीष्] १. माता। माँ। २. बच्चे को दूध पिलानेवाली दाई। धाय। ३. गायत्री स्वरूपिणी भगवती और माता। ४. पृथ्वी जो सब की माता है। ५. गौ, जिसका दूध माता के दूध के समान होता है। ६. गंगा नदी। ७. आँवला। ८. फौज। सेना। ९. आर्या छंद का एक भेद। |
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धात्री-पत्र :
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पुं० [ब० स०] १. तालीस-पत्र। २. आँवले की पत्ती। |
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धात्री-पुत्र :
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पुं० [ष० त०] धाय का लड़का। |
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धात्री-फल :
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पुं० [ष० त०] आँवला। |
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धात्री-विद्या :
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स्त्री० [ष० त०] वह विद्या जिसमें इस बात का विवेचन होता है कि गर्भवती स्त्रियों को किस प्रकार प्रसव कराना चाहिए और प्रसूता तथा शिशु की किस प्रकार देख-रेख करनी चाहिए। (मिडवाइफरी) |
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धात्रेयी :
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स्त्री० [सं० धात्री+ढक्, एय+ङीप्] १. धात्री की बेटी। २. धात्री। दाई। |
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